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H1B Visa News 2025: पूरी जानकारी हिन्दी में

On: September 20, 2025 5:51 PM
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H1B Visa News 2025
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H1B Visa News 2025: जानें H1B वीज़ा से जुड़ी ताज़ा ख़बरें, $100K शुल्क का असर, USCIS अपडेट, Weighted Selection सिस्टम और भारतीय IT सेक्टर पर प्रभाव।

H1B वीज़ा अमेरिका का सबसे लोकप्रिय नॉन-इमिग्रेंट वीज़ा है जो विदेशी प्रोफेशनल्स को अमेरिका में काम करने का अवसर देता है। खासतौर पर भारत जैसे देशों के लाखों इंजीनियर्स और आईटी प्रोफेशनल्स इसके ज़रिए हर साल अमेरिका जाते हैं।

हाल ही में H1B से जुड़ी कई बड़ी खबरें सामने आई हैं जिनका असर सीधा आवेदकों, नियोक्ताओं और इंडियन आईटी इंडस्ट्री पर पड़ेगा। इस लेख में हम आपको H1B वीज़ा की ताज़ा ख़बरों, नए बदलावों और भविष्य की संभावनाओं के बारे में पूरी जानकारी देंगे


क्या $100,000 का वार्षिक शुल्क होगा H1B पर?

सितंबर 2025 में अमेरिकी प्रशासन ने H1B वीज़ा से जुड़ा बड़ा ऐलान किया। इसके तहत H1B वीज़ा पर लगभग $100,000 सालाना शुल्क लगाने का प्रस्ताव रखा गया है। इसका मकसद प्रशासन के अनुसार H1B वीज़ा के दुरुपयोग को रोकना और अमेरिकी कंपनियों को स्थानीय प्रतिभा में निवेश के लिए प्रोत्साहित करना है।

इस घोषणा में “गोल्ड कार्ड” और “प्लैटिनम कार्ड” जैसे प्रोग्राम्स का भी जिक्र किया गया है, जिनकी फीस क्रमशः 1 मिलियन डॉलर और उससे अधिक हो सकती है। इस कदम ने टेक इंडस्ट्री और विशेषकर भारतीय आईटी कंपनियों में हलचल मचा दी है।


FY2026 H1B Cap पूरा हुआ

USCIS ने जुलाई 2025 में यह घोषणा की कि वित्त वर्ष 2026 के लिए H1B वीज़ा कैप पूरा हो चुका है। यानी कि 65,000 सामान्य और 20,000 एडवांस डिग्री कैटेगरी वाले स्लॉट भर गए हैं। इस बार रजिस्ट्रेशन की संख्या पिछले वर्षों से थोड़ी कम रही लेकिन फिर भी निर्धारित कैप समय से पहले ही भर गया।

इसका मतलब है कि अब FY2026 के लिए अतिरिक्त लॉटरी नहीं होगी। जिन लोगों ने समय पर आवेदन किया और चुने गए, वे ही आगे की प्रक्रिया में जा पाएंगे।


नया प्रस्ताव: Weighted Selection System

अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (DHS) ने H1B चयन प्रक्रिया को “Weighted System” बनाने का प्रस्ताव रखा है। इसका सीधा अर्थ यह है कि भविष्य में H1B चयन सिर्फ लॉटरी पर निर्भर नहीं रहेगा, बल्कि उच्च वेतन वाले पदों और स्पेशल स्किल्स वाले उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाएगी।

अगर यह नियम लागू हो गया तो इंडियन आईटी सेक्टर पर बड़ा असर पड़ेगा। छोटे स्तर की कंपनियों और एंट्री-लेवल कैंडिडेट्स की संभावना घट जाएगी, जबकि हाई-सैलरी पोज़िशन वाले उम्मीदवारों की सफलता दर बढ़ सकती है।


वेतन और अनुपालन पर कड़ाई

H1B नियमों में पहले से ही यह प्रावधान है कि विदेशी कर्मचारियों को “Prevailing Wage” यानी अमेरिकी मानक के अनुरूप वेतन दिया जाए। अब प्रशासन इस नियम को और सख्त बनाने की दिशा में काम कर रहा है।

इसका असर यह होगा कि नियोक्ता अब कम वेतन पर विदेशी कर्मचारी रखने से बचेंगे और उन्हें अमेरिकी मानकों के हिसाब से ज्यादा वेतन देना होगा।


भारतीय आईटी सेक्टर पर असर

भारत H1B वीज़ा का सबसे बड़ा लाभार्थी देश रहा है। हर साल हजारों भारतीय आईटी इंजीनियर्स अमेरिका जाते हैं। लेकिन नए शुल्क और नियमों से भारतीय कंपनियों पर दबाव बढ़ेगा।

  • छोटे और मध्यम स्तर की आईटी कंपनियों के लिए H1B महंगा सौदा बन सकता है।
  • बड़ी टेक कंपनियां शायद इन अतिरिक्त खर्चों को वहन कर लेंगी, लेकिन वे भी नई रणनीतियाँ अपनाएँगी।
  • भारतीय छात्रों और रिसर्च स्कॉलर्स के लिए भी यह चुनौतीपूर्ण होगा।

आवेदकों और नियोक्ताओं के लिए सुझाव

  1. अपडेटेड रहें – USCIS की आधिकारिक वेबसाइट और इमिग्रेशन विशेषज्ञों से नियमित जानकारी लेते रहें।
  2. वैकल्पिक वीज़ा विकल्प देखें – जैसे L-1 (इंटर-कंपनी ट्रांसफर), O-1 (विशेष योग्यता), या ग्रीन कार्ड विकल्प।
  3. सैलरी और पोज़िशन पर ध्यान दें – उच्च वेतन वाले पदों पर अप्लाई करने से सफलता की संभावना बढ़ सकती है।
  4. कानूनी सलाह लें – इमिग्रेशन अटॉर्नी या एक्सपर्ट की मदद से सही डॉक्यूमेंटेशन और प्रोसेस फॉलो करें।

कानूनी और राजनीतिक चुनौतियाँ

इतने बड़े शुल्क का प्रस्ताव अपने आप में विवादास्पद है। अमेरिकी कांग्रेस और अदालतों में इसके खिलाफ चुनौतियाँ दी जा सकती हैं। कई कंपनियां और संगठन इस फैसले को रोकने या बदलवाने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए अभी यह तय नहीं है कि $100,000 शुल्क कब और कैसे लागू होगा।


H1B का भविष्य

  • आने वाले महीनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि कोर्ट और कांग्रेस इस नए प्रस्ताव को मंजूरी देते हैं या रोकते हैं।
  • Weighted Selection सिस्टम लागू हुआ तो उच्च वेतन और हाई-स्किल वाले कैंडिडेट्स को फायदा मिलेगा।
  • भारतीय आईटी सेक्टर को नए हालात के हिसाब से अपनी भर्ती और वीज़ा रणनीति बदलनी होगी।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

Q1. क्या H1B पर $100,000 शुल्क तुरंत लागू हो गया है?
नहीं, अभी यह सिर्फ एक घोषणा है। इसे लागू होने से पहले कानूनी और प्रशासनिक प्रक्रियाएँ पूरी करनी होंगी।

Q2. क्या FY2026 में दूसरी लॉटरी होगी?
नहीं, USCIS ने साफ कहा है कि कैप पूरा हो चुका है और अब दूसरी लॉटरी नहीं होगी।

Q3. अगर Weighted System लागू हो गया तो किसे फायदा होगा?
उच्च वेतन और विशेष स्किल्स वाले उम्मीदवारों को सबसे ज्यादा लाभ मिलेगा।

Q4. भारतीय छात्रों और IT प्रोफेशनल्स के लिए क्या विकल्प हैं?
वे L-1, O-1 या अन्य देशों के वर्क वीज़ा प्रोग्राम देख सकते हैं।


निष्कर्ष

H1B वीज़ा से जुड़ी ताज़ा खबरें भारतीय प्रोफेशनल्स के लिए चिंता और अवसर दोनों लेकर आई हैं। जहाँ एक ओर $100,000 शुल्क और Weighted Selection सिस्टम जैसी बातें चुनौतीपूर्ण हैं, वहीं दूसरी ओर उच्च स्किल्स और सही वेतन वाली नौकरियों के लिए यह अवसर भी बन सकता है। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि अमेरिकी अदालतें और कांग्रेस इन फैसलों को किस तरह लागू करती हैं। H1B Visa News 2025

A. Kumar

मेरा नाम अजीत कुमार है। मैं एक कंटेंट क्रिएटर और ब्लॉगर हूँ, जिसे लिखने और नई-नई जानकारियाँ शेयर करने का शौक है। इस वेबसाइट पर मैं आपको ताज़ा खबरें, मोटिवेशनल आर्टिकल्स, टेक्नोलॉजी, एजुकेशन, हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़ी उपयोगी जानकारी सरल भाषा में उपलब्ध कराता हूँ।

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