Devi Devta Aarti Hindi / देवी-देवताओं की आरती
1. ईश्वर/परमेश्वर / एकेश्वर (Universal / Ishta Dev)
- आरती के नाम (popular): “Om Jai Jagdish Hare” — यह घरों की सर्वप्रचलित संध्या/प्रातः आरती है; विष्णु/ईश्वर के लिए व्यापक रूप से गायी जाती है।
- कहां गायी जाती है: अधिकांश हिन्दू घरों में दैनिक आरती के रूप में।
2. विष्णु / नारायण / राम / कृष्ण (Vishnu, Rama, Krishna)
- विशेष आरतियाँ:
- “Om Jai Jagdish Hare” (विष्णु रूप के लिए भी)
- “Jai Shri Ram (आरती/भजन)” — श्रीराम के भक्तों में लोकप्रिय।
- “Jai Kanhaiya Lal Ki / Achyutam Keshavam” — श्रीकृष्ण के भक्तगणों के बीच।
- कहां गायी जाती हैं: विष्णु मंदिरों, राम / कृष्ण मठों, जन्माष्टमी/रामनवमी आदि पर।
3. ब्रह्मा (Brahma)
- आरती के नाम: ब्रह्माजी के लिए विशिष्ट आरती कम प्रचलित है; ब्रह्मा-मंदिरों में स्थानीय आरती या वैदिक स्तुति गायी जाती है।
- कहां गायी जाती है: बहुत कम मंदिर—सर्वाधिक प्रसिद्ध ब्रह्मा मंदिर (पुष्कर इत्यादि) पर।
4. शिव (Shiva) / भोलेनाथ / महादेव
- प्रचलित आरतियाँ:
- “Jai Shiv Omkara / Om Jai Shiv Omkara” — पारंपरिक शिव आरती।
- “Bholenath Ki Aarti (Jai Bholenath Mahadev)”
- साथ में Shiv Tandav Stotram और Maha Mrityunjaya Mantra पारंपरिक पाठ हैं (ये stotra/मंत्र हैं, आरती के समान पवित्र पाठ)।
- कहां गायी जाती हैं: शिवरात्रि, सोमवार, महाशिवरात्रि, शिव मंदिरों में।
5. गणेश (Ganesha / Ganapati)
- प्रचलित आरतियाँ:
- “Jai Ganesh Jai Ganesh Deva” (सबसे प्रसिद्ध)
- “Sukhakarta Dukhaharta (गणपति आरती महाराष्ट्र में)”
- कहां गायी जाती है: गणेश चतुर्थी, घर-मंदिर में हर शुभ शुरुआत पर।
6. दुर्गा / अम्बे / देवी (Durga / Ambe / Shakti)
- प्रचलित आरतियाँ:
- “Jai Ambe Gauri / Jai Ambe Maa” (नवरात्रि में भारी प्रचलन)
- “Aarti Kunj Bihari Ki” (कभी-कभी) — पर यह विष्णु/कृष्ण-सम्बन्धित है।
- “Jai Mata Di” (देवियाँ विशेषकर माँ दुर्गा/काली/ॐकारेश्वरी के संदर्भ में)
- कहां गायी जाती हैं: नवरात्रि, दशहरा, द्वादशियों पर।
7. लक्ष्मी (Lakshmi) — धन की देवी
- प्रचलित आरतियाँ:
- “Jai Lakshmi Mata / Om Jai Lakshmi Mata” — दीपावली और शुक्रवार पर विशेष रूप से।
- “Shri Lakshmi Aarti (Lakshmi Gayatri / Stotram)”
- कहां गायी जाती है: दीपावली, धनत्रयोदशी, शुक्रवार।
8. सरस्वती (Saraswati) — विद्या की देवी
- प्रचलित आरतियाँ:
- “Jai Saraswati Mata / Saraswati Aarti”
- साथ में Saraswati Vandana (या “Ya Kundendu”) अक्सर पाठशालाओं और विद्या-आरम्भ पर पाठी जाती है।
- कहां गायी जाती है: वसंत पंचमी, पाठशाला-समारोह, विद्या-आरम्भ पर।
9. कार्तिकेय / सूब्रमण्य (Kartikeya / Murugan / Skanda)
- प्रचलित आरतियाँ:
- “Subramanya Aarti / Skanda Aarti”
- दक्षिण में “Kanda Shasti Kavasam” (दक्षिण भारत में भक्तिपाठ, आरती-रूप)
- कहां गायी जाती है: स्कंद पूजा, स्थानीय मंदिरों में।
10. हनुमान (Hanuman / Bajrangbali)
- प्रचलित आरतियाँ:
- “Jai Hanuman Gyan Gun Sagar” — सबसे प्रसिद्ध हनुमान आरती/भजन।
- “Bajrang Baan” (यह पाठ-माला / stotra है — आरती के साथ अक्सर गाया जाता है)।
- कहां गायी जाती है: मंगलवार/शनिवार, हनुमान जयंती, मंदिरों और घरों में सुरक्षा-आशीर्वाद हेतु। Devi Devta Aarti Hindi
11. अयप्पा (Ayyappa)
- प्रचलित आरतियाँ:
- “Swamiye Saranam Ayyappa” — केरल/दक्षिण भारत में।
- “Ayyappa Aarti / Harivarasanam” (श्रीस्वामी अयप्पा के लिए विशिष्ट)
- कहां गायी जाती है: सवरिमल आदि तीर्थस्थलों पर, मकराविलakku के समय।
12. नव-देवी/देवता (Local & Folk Deities)
भारत में असंख्य स्थानीय देवी-देवता हैं—जिनकी आरती स्थानीय भाषा/रिवाज़ अनुसार होती है, जैसे:
- घंटाकार/भैरो/भैरव — काशी/बढई/ग्रामीण इलाकों में।
- काली/माँ भुवनेश्वरी/बगलामुखी/साँई माता — स्थानीय रूपों की आरती।
- ग्राम देवता / ग्राम देवी — ग्रामोत्सवों में।
(इनकी आरतियाँ क्षेत्र-विशेष, भाषा-विशेष और रूप-विशेष अनुसार बदलती हैं।)
13. सिद्ध/संत / गुरु (Saints & Gurus — whose aarti/gayatri is sung)
- प्रचलित आरतियाँ:
- “Gurudev Aarti / Sai Baba Aarti (Om Jai Jagdish Hare variant for saints)”
- “Aarti Sai Baba / Aarti Sant Ramdas / Aarti Kabir” — संतों की आरतियाँ भी व्यापक रूप से होती हैं।
- कहां गायी जाती हैं: आश्रम, सत्संग, प्रभात/संध्या में।
14. विशेष रूप-रूप (Forms & Avatars)
- किष्किंधा/चंडी/त्रिपुरा सुन्दरी/अन्नपूर्णा/भवानी — इन देवी-देवताओं की भी अलग-अलग आरतियाँ प्रचलित हैं।
- विष्णु के अवतार (नारहरि/वामन/नरसिंह) — इनके लिए भी स्थानीय आरतियाँ होती हैं।
नोट्स और उपयोगी बातें (Important Notes)
- क्षेत्रीय विविधता: भारत में एक ही भगवान/देवी की कई आरतियाँ अलग-अलग भाषाओं और क्षेत्रों में गायी जाती हैं — उदाहरण: गणपति आरती महाराष्ट्र में और उत्तर भारत में शब्दों में भिन्न होगी।
- आरती, स्तोत्र और भजन में फर्क: आरती लयबद्ध भजन/गान है जिसका कभी-कभी आरती-गीत के साथ stotra या मंत्र भी जोड़ा जाता है (जैसे शिव-आरती में शिव तांडव, हनुमान में बजरंग बाण)।
- यदि आप किसी आरती के ‘पूरा शब्द’ (lyrics) चाहते हैं: बताइए कौन-सी — मैं पूरा आरती-संग्रह (lyrics) शुद्ध हिंदी/देवनागरी में दे दूँगा।
- ऑनलाइन/ऑफ़लाइन स्रोत: बहुत-सी आरतियाँ पुस्तकों, मंदिरों और पारंपरिक ग्रंथों में उपलब्ध हैं; साथ ही मंदिरों की अपनी वाद्य/रागसंयोजन शैली होती है। Devi Devta Aarti Hindi