भारत ने हाल ही में अपनी सामरिक ताकत का शानदार प्रदर्शन करते हुए अग्नि-5 मिसाइल को MIRV तकनीक से लैस करने की घोषणा की है। यह खबर न सिर्फ भारत के पड़ोसी देशों—पाकिस्तान और चीन—के लिए चिंता का कारण है, बल्कि पूरी दुनिया के सामरिक समीकरण को बदलने वाली साबित हो सकती है। Agni 5 Missile MIRV
अग्नि-5 मिसाइल: भारत की लंबी दूरी की शक्ति
- रेंज: 5000 से 7000 किलोमीटर तक
- वारहेड क्षमता: पारंपरिक और परमाणु दोनों
- लॉन्च प्लेटफॉर्म: रोड मोबाइल लॉन्चर, रेल और संभावित रूप से सबमरीन से
अग्नि-5 भारत की इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) श्रेणी की सबसे आधुनिक मिसाइल है। इसका कवरेज एशिया, यूरोप और अफ्रीका के बड़े हिस्से तक है।
MIRV तकनीक क्या है?
MIRV का मतलब है Multiple Independently targetable Re-entry Vehicles। इसका अर्थ यह है कि एक ही मिसाइल कई छोटे-छोटे वारहेड्स ले जा सकती है और उन्हें अलग-अलग लक्ष्यों पर छोड़ सकती है।
- एक मिसाइल = कई शहरों पर हमला
- दुश्मन के मिसाइल डिफेंस सिस्टम को बेअसर करना
- सटीक और तेज़ हमले की क्षमता
पाकिस्तान के लिए संदेश
इस्लामाबाद से कराची तक, भारत की अग्नि-5 MIRV तकनीक पाकिस्तान के किसी भी हिस्से को कुछ ही मिनटों में निशाना बना सकती है। पाकिस्तान की मौजूदा रक्षा प्रणाली इतनी सक्षम नहीं है कि MIRV को पूरी तरह रोक सके। इससे भारत का सामरिक पलड़ा पाकिस्तान पर भारी पड़ जाता है।
चीन के लिए बड़ी चुनौती
बीजिंग से लेकर शंघाई तक, अग्नि-5 की रेंज चीन के लगभग सभी प्रमुख शहरों को कवर करती है।
- चीन के पास एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (ABMD) जरूर है, लेकिन MIRV तकनीक इसे भी कमजोर बना सकती है।
- भारत की यह क्षमता चीन को भारत के प्रति अपने रुख पर दोबारा सोचने के लिए मजबूर कर सकती है।
सामरिक संतुलन पर असर
- भारत की सुरक्षा: अब भारत एक “डिटरेंस पावर” बन चुका है।
- एशिया की राजनीति: चीन और पाकिस्तान की “ऑल वेदर फ्रेंडशिप” पर दबाव बढ़ेगा।
- वैश्विक ध्यान: अमेरिका, रूस और यूरोप भारत को अब एक बड़े सैन्य शक्ति के रूप में देखेंगे।
वैज्ञानिक उपलब्धि
- DRDO के वैज्ञानिकों ने नेविगेशन, गाइडेंस और प्रोपल्शन सिस्टम को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया।
- भारत ने दिखाया कि वह स्पेस टेक्नोलॉजी से लेकर मिसाइल डिफेंस तक आत्मनिर्भर है।
अग्नि-5 बनाम चीन और पाकिस्तान की मिसाइलें
- पाकिस्तान की शाहीन-3 मिसाइल रेंज: 2750 किमी → भारत के लिए सीमित खतरा।
- चीन की डोंगफेंग-41 रेंज: 12,000-15,000 किमी → परंतु MIRV से लैस अग्नि-5 भारत को जवाबी क्षमता देता है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ
- अमेरिका: भारत को “जिम्मेदार परमाणु शक्ति” मानते हुए सावधानीपूर्वक निगरानी करेगा।
- चीन: खुले तौर पर विरोध न करे लेकिन आंतरिक रूप से चिंतित रहेगा।
- पाकिस्तान: रक्षा बजट पर दबाव बढ़ेगा और वह नए हथियारों की होड़ में फंसेगा।
भारत की “नो फर्स्ट यूज” नीति
भारत ने हमेशा कहा है कि वह परमाणु हथियारों का पहले इस्तेमाल नहीं करेगा। लेकिन अग्नि-5 जैसी मिसाइलें यह सुनिश्चित करती हैं कि यदि भारत पर कोई हमला होता है तो उसका जवाबी प्रहार विनाशकारी होगा।
क्यों कहा जा रहा है “गर्दा उड़ा देगी”?
- MIRV तकनीक से पाकिस्तान-चीन का डिफेंस बेकार।
- 7000 किमी रेंज → इस्लामाबाद और बीजिंग दोनों भारत की पकड़ में।
- एक मिसाइल से कई टारगेट तबाह → दुश्मन की बैकबोन हिल सकती है।
भविष्य की राह
भारत अब केवल अग्नि-5 तक सीमित नहीं रहेगा।
- अग्नि-6 की चर्चाएँ पहले से ही शुरू हैं जिसकी रेंज 10,000 किमी से अधिक होगी।
- सबमरीन से MIRV क्षमता → “सेकंड स्ट्राइक” की गारंटी।
निष्कर्ष
भारत की MIRV से लैस अग्नि-5 मिसाइल सिर्फ एक हथियार नहीं, बल्कि एशिया के सामरिक समीकरण को बदलने वाला कदम है। इससे भारत न सिर्फ पाकिस्तान, बल्कि चीन जैसे बड़े प्रतिद्वंद्वी के सामने भी मजबूती से खड़ा है। यही कारण है कि विशेषज्ञ कह रहे हैं—“इस्लामाबाद से बीजिंग तक गर्दा उड़ा देगी अग्नि-5।” Agni 5 Missile MIRV